एसीबी इंस्पेक्टर के के शुक्ला के खिलाफ आदिवासी कर्मचारी संघ ने की सीएम से कंप्लेन, हो सकती है बड़ी कार्यवाही
बड़े अधिकारियों के नाम से ब्लैक मेल कर बड़ी रकम मांगने का आरोप
एंटी करप्शन में पदस्थ होने का रसूख दिखाता है इंस्पेक्टर के के शुक्ला – आदिवासी कर्मचारी संघ
बिलासपुर
एसीबी में पदस्थ इंस्पेक्टर कमलकांत शुक्ला इन दिनों बिलासपुर और सरगुजा संभाग के आदिवासी अधिकारी कर्मचारियों को अपना टारगेट बना रहे हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो का धौंस दिखाकर एस.पी . सदानंद कुमार के नाम से डरा रहे हैं यह आरोप है आदिवासी कर्मचारी/अधिकारी संघ का जिन्होंने मुख्यमंत्री से इंस्पेक्टर कमलकांत शुक्ला के खिलाफ शिकायत की है।
आदिवासी समाज का आरोप है कि सभी आदिवासी समाज के अधिकारी कर्मचारी जिनका एंटी करप्शन में कोई प्रकरण बंद हो चुका है या विचाराधीन है, उनको इंस्पेक्टर कमलकांत व्हाट्सएप काल के जरिए संपर्क कर अलग-अलग जगहों पर बुलाता है। आदिवासी कर्मचारियों का आरोप है कि इंस्पेक्टर कमलकांत कहता है आरिफ सर से मिलो या सदानंद सर से मिलो, तुम्हारा केस वापस खुल रहा है। यही नहीं इंस्पेक्टर कमलकांत अलग अलग जगहों पर बुलाकर अनाप-शनाप पैसे की मांग करता है। वहीं समाज के कर्मचारियों ने लिखित शिकायत करते हुवे कहा है कि उक्त इंस्पेक्टर डीएसपी आर के दुबे से समय लेकर मीटिंग करवाने की बात भी कहता है।
अब इस पूरे मामले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो में हड़कंप मच गया है। एक इंस्पेक्टर के द्वारा ऐसे उच्च अधिकारियों का नाम लेकर पैसे की उगाही का यह मसला ठंडे बस्ते में जाते नहीं दिख रहा। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही एंटी करप्शन में कोई बड़ी सर्जरी या कार्यवाही देखने को मिल सकती है।
आदिवासी कर्मचारी/अधिकारी संघ के कोमल जंघेल, किशोर मरावी, रतन लाल ठाकुर, भरत सिंह नेताम, मानस भगत एवं अन्य ने इंस्पेक्टर कमलकांत शुक्ला के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही गृह विभाग सचिव, पुलिस महानिदेशक छ्त्तीसगढ़, पुलिस महा निरीक्षक एंटी करप्शन, पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा एवं बिलासपुर को भी इस संबंध में शिकायत पत्र सौंपा है।
(खबर ज्ञापन के आधार पर है, अधिकारी का पक्ष आने पर उस पहलु को भी रखा जाएगा)