महिला सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार, तीन दिन की पुलिस रिमांड पर,बलात्कार के आरोपी से 35 लाख की रिश्वत लेने के मामले में
गुजरात
महिला पुलिस थाने में महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर श्वेता हमीरभाई जाडेजा के खिलाफ घूस मांगने का आरोप लगा, गुजरात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
श्वेता जड़ेजा पर बलात्कार के आरोपी से 35 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है, एफआईआर के मुताबिक अहमदाबाद की एक निजी कंपनी की दो महिला कर्मचारियों ने कंपनी के प्रबंध निदेशक केनल शाह के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी,इसी मामले में कंपनी के सुरक्षा अधिकारी ने भी अहमदाबाद के सैटेलाइट थाने में शिकायत की थी इस पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया।
घटना के अनुसार गुजरात में अहमदाबाद के पश्चिम महिला पुलिस थाने में नियुक्त पुलिस सब इंस्पेक्टर श्वेता हमीरभाई जाडेजा के खिलाफ बलात्कार के एक मामले को रफा दफा करने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा है।
महिला पुलिसकर्मी पर अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में दुष्कर्म के केस के आरोपी को पासा के तहत बंद करने की धमकी देकर 35 लाख की घूस मांगने का मामला दर्ज हुआ है। जीपीएम क्रॉप सायंस प्राइवेट लिमिटेड के एमडी केनाल शाह के खिलाफ 2017 में उनकी पीए ने दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करवाई थी। इस केस की जांच शहर की पश्चिम महिला पुलिस थाने की पुलिस सब इंस्पेक्टर श्वेता जाडेजा को दी गई थी। श्वेता ने आरोपी से उस समय 20 लाख रुपए मांगे थे। जो जामजोधपुर की एक आंगडिया पीढ़ी को दिए गए थे। इस दौरान इसी केस के गवाह सिक्युरिटी गार्ड को धमकी दिए जाने का मामला केनाल शाह के खिलाफ सेटेलाइट पुलिस थाने में दर्ज हुआ था।
एक ही केस में दो शिकायत दर्ज होने पर श्वेता जाडेजा ने आरोपी को पासा के तहत बंद कर देने की धमकी देकर और 20 लाख रुपए की मांग की। जिसके बाद आरोपी ने महिला पुलिसकर्मी को 15 लाख रुपए दिए। वहीं, बाकी बचे 5 लाख देने के लिए दबाव बनाने पर आरोपी केनाल शाह ने क्राइम ब्रांच में शिकायत कर दी ।
श्वेता जड़ेजा को केनल शाह के भाई भावेश ने रिश्वत की मांग के 20 लाख रुपये आंगड़िया के जरिए जमजोधपुर में पुलिस सब-इंस्पक्टर श्वेता जड़ेजा के किसी पहचान वाले को पहुंचाये गये जब आरोपी केनल शाह के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ तो श्वेता जड़ेजा ने आरोपी के भाई से फिर 20 लाख रुपये की मांग की और 15 लाख रुपये में मामला तय किया गया। यह रकम भी पुनः जमजोधपुर भेजी गई।
क्राइम ब्रांच के जॉइंट पुलिस कमिश्नर अजय तोमर का कहना है कि जब पूरे मामले की जांच की गई, तो उसमें कुछ सच्चाई सामने आई, जिसके बाद श्वेता जड़ेजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
शिकायत की प्रारंभिक जांच पीआई आरएस सुवेरा कर रहे थे,जिन्होंने आवश्यक प्रमाण एकत्रित किए और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, क्राइम ब्रांच की टीम ने पूरे मामले की बारीकी से जांच कर श्वेता जड़ेजा के खिलाफ शिकायत दर्ज की।
अब इस पूरे मामले की जांच अब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के एसीपी बीसी सोलंकी को सौंपी गई है,आरोपी पुलिस अधिकारी का बयान दर्ज कर लिया गया है। बयान के अनुसार ही महिला पुलिस थाने की इंचार्ज श्वेता जड़ेजा ने आरोपी से 35 लाख रुपये रिश्वत की मांग यह कहते हुए की थी कि अगर उसको पैसा नहीं दिया गया,तो आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।