47 करोड़ डाउनलोड और अरबों में कमाई, देखिए बैन टिकटॉक के लिए कितना बड़ा झटका
भारत सरकार ने 59 चाइनीज एप्स को बैन कर दिया है, जिसे चीन के खिलाफ डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक भी कहा जा रहा है। सरकार ने इस फैसले से जहां चीन को सख्त संदेश दिया है वहीं भारत में मोटा मुनाफा कमाते हुए यूजर्स डेटा से खिलवाड़ करने वाली कंपनियों को तगड़ा झटका दिया है। टिकटॉक जैसी एप्स के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार था, जिसके सहारे बाइट डांस जैसी कंपनियां फेसबुक जैसी कंपनियों को टक्कर देने का सपना देख रही थी।
कुछ ही सालों में टिकटॉक ने भारत पर अपनी पकड़ बेहद मजबूत कर ली थी। करोड़ों मोबाइल में एप डाउनलोड से टिकटॉक खूब कमाई भी करने लगा था। अक्टूबर से दिसंबर 2019 के बीच महज तीन महीनों में इस एप से कंपनी को 25 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था, जबकि इस साल जुलाई से सितंबर के बीच कंपनी ने 100 करोड़ रुपए रेवेन्यू का लक्ष्य रखा था। एप पर विज्ञापनों के जरिए कंपनी की आमदनी में लगातार इजाफा हो रहा था।
भारत में टिकटॉक को करीब 47 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका था। इसके कुल यूजर्स का 30 फीसदी हिस्सा भारत में था। भले ही रेवेन्यू के मामले में यह एप भले ही फेसबुक से बहुत पीछे था, लेकिन यूजर्स बेस के मामले में इसने फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ दिया था।
इन ऐप्स का भी बड़ा बाजार
टिकटॉक के अलावा शेयर इट, यूसी ब्राउजर,यूसी न्यूज, हेलो, लाइकी, वीचैट, वीगो, कैम स्कैनर, क्लीन मास्टर जैसे एप के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार था। अधिकतर एप्स का यूजर बेस करोड़ों में था और इनकी खूब कमाई भी हो रही थी। यूसी ब्राउजर देश में गूगल क्रोम के बाद सबसे बड़ा ब्राउजर बन गया था।