बिलासपुर पंचायत सचिव की हत्या का खुलासा: बेटी ने मौसेरी बहन और बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर दी थी वारदात को अंजाम
बिलासपुर
बेटी ने ही अपनी मौसेरी बहन व ब्वॉय फ्रेंड के साथ मिलकर अपनी मां पंचायत सचिव की हत्या की थी। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है। उनसे सबूत जुटाए जा रहे हैं। घटना उसलापुर बस्ती में 24 अगस्त की रात को हुई थी। सकरी पुलिस को इस केस में सफलता मिल गई। पंचायत सचिव चंदना डडसेना पति स्व. विजय डडसेना 42वर्ष मूल रूप से मुंगेली जिले के पथरिया क्षेत्र की रहने वाली थी और वर्तमान में अपनी 16 साल की बेटी के साथ उसलापुर में रह रही थी। 25 अगस्त की सुबह उसकी घर पर ही लाश मिली थी।
पूछताछ में उसकी बेटी ने कहा था कि वह अपनी सहेली के साथ पिकनिक मनाने कोटा गई थी और रात को वहीं ठहर गई थी। सुबह मां को फोन किया तो उसका मोबाइल बंद बताया तब उसने पड़ोसी को फोन कर घर भेजा और घटना की उसे जानकारी हुई। पुलिस इस मामले में महिला के पुराने परिचितों से पूछताछ कर रही थी। इसी दौरान कॉल डिटेल से बेटी पर संदेह हुआ। कड़ाई बरतने पर वह टूट गई और हत्या करने की बात कबूल ली। उसने इस वारदात को अपनी मौसेरी बहन व ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस को उसने इस केस में भटकाने का काफी प्रयास किया। वह संदेही के रूप में बार-बार पेंड्रा क्षेत्र के एक व्यक्ति का नाम लेती रही जिसके खिलाफ उसकी मां ने दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया था।
नाबालिग बेटी पर युवक के इश्क़ का नशा ऐसा चढ़ा कि उसने अपने ही हाथों खुद को अनाथ कर लिया मां द्वारा बार-बार रोका टोकी किए जाने से नाराज बेटी ने ही पूरी प्लानिंग बनाई ।
अपने योजना में उसने प्रेमी और अपनी एक बहन को भी शामिल कर लिया। पहले उन्होंने मां को चाय में नींद की गोलियां मिलाकर खिला दी और उनके बेहोश होने पर गला घोटकर उनकी हत्या कर दी। फिर तीनो घूमने कोटा चले गए, जहां से उनकी बेटी घर नहीं लौटी बल्कि नानी के घर चली गई और पड़ोसी को फोन कर घर का हाल-चाल जानने भेजा। इतना ही नहीं हत्या के बाद मौके पर पहुंची उनकी बेटी बार-बार सारबहरा निवासी किसी जयकरण सिंह का नाम ले रही थी ताकि मामले को भटकाया जा सके लेकिन उनकी होशियारी धरी की धरी रह गई ।पुलिस पूछताछ में सभी आरोपी टूट गए। मामले में दोनों लड़कियां नाबालिग है और लड़के ने भी मुश्किल से 18 साल पूरे किए हैं ।लेकिन तीनों इस कदर शातिर है कि उन्होंने हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। इस मामले में बेटी की भूमिका तो बेहद हैरान करने वाली है जिसने कुछ दिनों के रिश्ते की खातिर उस मां को मौत के घाट उतार दिया जिसने उसे ना सिर्फ जन्म दिया था बल्कि माता और पिता दोनों की भूमिका निभाते हुए उसकी परवरिश कर रही थी। पता चला कि चंदना की बेटी ने अपने प्रेमी के साथ पूरी प्लानिंग बना ली थी। उन्हें लग रहा था कि मां की मौत के बाद बेटी को उनकी जगह अनुकंपा नियुक्ति में सरकारी नौकरी मिल जाएगी और फिर दोनों विवाह कर सुखी जीवन बिताएंगे। लेकिन उन्हें पता नहीं था की बुराई का अंजाम हमेशा बुरा ही होता है। इस मामले में नाबालिक होने के कारण दोनों लड़कियां तो कानूनी शिकंजे से बच जाएंगी, लेकिन हत्या के आरोप में पकड़े गए प्रेमी को काल कोठरी की सजा भुगतनी होगी।