पत्नी को फंसाने के लिए स्वयं चाकू घोंप कोतवाली पहुंचा युवक
औरैया
ग्राम भरसेन निवासी राजेंद्र बाबू पुत्र कामता प्रसाद शनिवार की सुबह पेट में घुसा चाकू लेकर पैदल ही कोतवाली पहुंच गया। उसके पेट से निरंतर खून बह रहा था और कोतवाली पहुंचकर वह चीखने चिल्लाने लगा और अपनी पत्नी द्वारा चाकू घोप देने का आरोप लगाने लगा। पुलिस ने बहता हुआ खून देखकर उसे आनन-फानन में 50 शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए सैफई रेफर कर दिया। बताते चलें राजेंद्र बाबू की शादी वर्ष 2014 में हुई थी , लेकिन शादी के 2 साल बाद ही वर्ष 2016 में उसका पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। जिस पर वह अपने अन्य परिजनों के साथ दिल्ली में नौकरी करने के लिए चला गया। जबकि उसकी पत्नी साधना मायके में ही रह कर अपना भरण पोषण करती थी। साधना ने जानकारी देकर बताया कि वह रक्षाबंधन त्योहार के मद्देनजर अपने मायके भरथना गई हुई थी। जब वह वापस लौट कर गई तो उसने देखा कि परिवार के अन्य लोग भी आ चुके थे , और उसका सारा सामान उन्होंने यहां वहां फेंक दिया था। इस पर उसने अपने परिजनों से खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर व अन्य सामान की मांग की। साधना के साथ उसकी मांँ गीता देवी भी आई हुई थी। साधना ने बताया कि राजेंद्र बाबू ने शुक्रवार की रात को उसकी मांँ गीता के साथ पिटाई भी की। जब उसे बचाने पहुंची तो उसे भी पीटा। शनिवार की सुबह वह घर से निकल गया और कहीं जाकर उसने मुझे व मेरी मांँ को फंसाए जाने के लिए अपनी पेट में चाकू घोंप लिया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर सुरेन्द्र नाथ का कहना है कि मामला पारिवारिक है। मामले की जांच की जा रही है।