सैनिटाइजर खरीदने के पहले चेक कर ले,उसमें ये केमिकल तो नही है
कोरोना काल में हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल बढ़ गया है. अलग-अलग तरह के सैनिटाइज़र्स बाज़ार में उपलब्ध हैं. ऐसे में सीबीआई ने मेथनॉल बेस्ड सैनिटाइजर्स के इस्तेमाल को लेकर सतर्क किया है. सीबीआई ने अलर्ट जारी किया है कि यह मानव शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है.
दरअसल, सैनिटाइजर्स में एल्कोहल मिलाया जाता है. दवाइयों में इस्तेमाल होने वाले क्लिनिकल एल्कोहल को एथनॉल कहते हैं. इसे फलों और फसलों को फर्मेंट करके बनाया जाता है. शराब में भी एथनॉल ही होता है. वहीं मेथनॉल भी एल्कोहल का एक प्रकार है, जो सिंथेटिक प्रोसेस से बनाया जाता है. मेथनॉल जहरीला होता है और शरीर के लिए खतरनाक होता है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सैनिटाजइजर्स की मांग बढ़ने के साथ ही कई छोटी कंपनियों ने मेथनॉल बेस्ड सैनिटाइज़र बनाने शुरू कर दिये. ये ट्रेंड पूरी दुनिया में देखा गया. इंटरपोल ने इसे लेकर भारत को जानकारी दी. जिसके बाद सीबीआई ने अलर्ट जारी किया,
दुनिया के उन देशों में जहां कोरोना के मामले अचानक से बढ़ रहे थे, वहां हैंड-सैनिटाइजर की भी मांग बढ़ी. और फिर मेथनॉल युक्त नकली हैंड-सैनिटाइजर की बिक्री की बात सामने आयी. मेथनॉल ह्यूमन बॉडी के लिए अत्यधिक जहरीला और खतरनाक हो सकता है.
इसके साथ ही पीपीई किट के विक्रेताओं और कोरोना के इलाज से जुड़े दूसरे सेफ्टी प्रोडक्ट की सप्लाई करने वालों को भी सीबीआई ने अलर्ट किया है. कहा है कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें फर्ज़ी कंपनियां ऑर्डर लेती हैं, ऑनलाइन पेमेंट की डिमांड करती हैं. और पैसे मिल जाने के बाद गायब हो जाती हैं. सीबीआई ने ऐसे ट्रांजैक्शन करते वक्त लोगों से सावधान रहने की अपील की है.