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प्राइवेट कॉलेजों को छात्रों से 1 साल और 6 महीने की फीस माफ कर देनी चाहिए करोना बीमारी के कारण-अतुल सचदेव

प्राइवेट कालेजों की फीस माफ होनी चाहिए 6 महीनों एक साल के लिए
कोरोनावायरस को देखते हुए मार्च महीने से सभी स्कूल और कॉलेज बंद है बच्चे कॉलेजों नहीं जा पा रहे वह घरों से पढ़ाई कर रहे हैं कुछ कालेज कह रहे हैं ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं ऑनलाइन पढ़ाई कराने में सिर्फ इंटरनेट का कितना खर्च आता है अगर कालेज टीचर प्रोफसर सभी अगर दो 2 घंटे इंटरनेट से पढ़ाई तो पूरा खर्चा पूरे स्कूल कालेजों का कॉर्पोरेट सेल के हिसाब से 20,000 से अधिक नहीं होगा
जितने भी प्राइवेट कालेजों है वह इंटरनेट से लोगों को बता रहे हैं कि हम पढ़ाई करा रहे हैं ऑनलाइन उसका जो खर्चा है 20,000 से अधिक नहीं है वह किस बात की प्राइवेट कालेजों में छात्रों की फीस लेने कालेजों में बच्चे जा नहीं पा रहे हैं ट्रांसपोर्ट चल नहीं पा रही ना निजी प्राइवेट कालेजों बिजली का खर्चा हो रहा है में न ही ज्यादा पानी का खर्चा हो रहा है सरकार को चाहिए कि बिजली और पानी का खर्चा कालेजों के लिए 6 महीने के लिए उनका बिल माफ कर दें।
जिससे अभिभावकों को उसके छात्रों को बहुत मदद मिलेगी सरकार की तरफ से सरकार को चाहिए जितने भी पब्लिक स्कूल प्राइवेट कालेजों है उनमें ट्यूशन फीस फीस और जो भी फंड लेते हैं वह 6 महीने के लिए बिल्कुल माफ कर देना चाहिए करोना के कारण क्योंकि लोगों नौकरी चली गई कारोबार बंद है बंद है होलसेल मार्केट लोगों की नौकरी चली गई लोगों के पास पैसा नहीं है कालेज पैसा मांग रहे हैं मुख्यमंत्री पंजाब के कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी बोला है कि स्कूल , कालेजों में बच्चे , छात्रों नहीं जा रहे पढ़ाई नहीं हो रही किस बात का फीस का पैसा मागते हो मुख्यमंत्री ने थोड़ी सी सख्त है इस बात को लेकर है निजी पर स्कूल पर । इसी प्रकार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे ने भी प्राइवेट कालेजों स्कूलों के फीस माफ की बात की है इस समय राज्यों की सरकारों को प्राइवेट कालेजों से बात करें , वयो की फीस मांग कर रहे हैं । उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी सीसीएस CCSU अंतर्गत कई प्राइवेट कॉलेज आते हैं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी की के नीचे भी कई निजी और प्राइवेट कॉलेज आते हैं सभी की फीस 6 महीने के लिए छात्रों से नहीं ली जाए ।
इस इन सभी यूनिवर्सिटी में B.A, M.A और BBA B.Com ,M.Com और LLB 5 साल और LLB 3 साल के कोर्स है सभी छात्रों से 6 महीने की फीस माफ कर दी जाए यूपी सरकार को भी इस मामले को देखना चाहिए जैसे पंजाब और महाराष्ट्र ने किया है इसी तरह राजस्थान में भी और छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश में भी इन राज्यों सरकारों को आगे आकर और राज्य सरकार को आकर छात्रों के लिए एक ठोस कदम उठाना चाहिए और फीस 6 महीने के लिए माफ कर देनी चाहिए जो प्राइवेट कॉलेजों में पढ़ रहे हैं और उनका जो राज्य सरकार की यूनिवर्सिटी के अघिन अन्दर रजिस्ट्रेशन है वह सरकारी यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए हैं निजी और प्राइवेट कालेजों है
राज्य सरकारों को चाहिए इस मामले में छात्रों के कुछ करने की जरूरत है प्राइवेट कालेजों व को 6 महीने के लिए फीस नहीं लेनी चाहिए वह अच्छी बात है राजनीतिक तौर पर बातचीत करनी चाहिए प्राइवेट निजी कालेजों , और स्कूलों से अभिवावकों से के बारे में
सरकार को भी सोचना चाहिए कि वह बच्चों की कालेजों और स्कूल की फीस माफ करने के लिए प्रयत्न करें अगर देखा जाए तो प्राइवेट कालेजों व स्कूल है यह सोसाइटी एक्ट के अंतर्गत जिस में इनकी बैलेंस शीट 10 साल की कालेजों की तो बहुत करोड़ों रुपए फड के पास पड़ा हुआ है अगर कोई बच्चा ३ सालों से इसी के कालोजो में पढ़ता है वह २ साल से कालेजों को फीस दे रहा है आगे भी उसने आगे भी कक्षा तक इन कालेज में पढ़ना है अगले 1 साल की है फीस माफ कर देंगे तो इससे अभिभावकों को और कालेज स्कूल के छात्रों को बहुत फर्क पड़ेगा ।
क्योंकि उनके माता-पिता की नौकरियां भी चली गई है काम धंधे बंद है तो करोना को देखते हुए पूर्व कालेजों स्कूलों को और उनकी संस्थाओं के चेयरमैन और प्रिंसिपल को 6 महीने के लिए स्कूल की फीस माफ कर देनी चाहिए सरकार को भी इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए राज्य सरकारों को भी एक अपना अध्यादेश लाकर 6 महीने या साल के लिए कालेजों,स्कूलों की फीस माफ कर देनी चाहिए जो राज्य सरकारें हैं वह अपना अध्यादेश लाकर अपनी विधानसभा से पास कर दें ।1 साल के लिए प्राइवेट कालेजों, स्कूलों की फीस नहीं ली जाएगी इसमें विधानसभा में सभी राजनीतिक पार्टियों के MLA एक मत होकर उनको जनता को और कालेजों , स्कूल के बच्चों को और अभिभावकों को को मदद मिलेगी और मददगार साबित होगी ।
दिल्ली एनसीआर में दिल्ली के बच्चे एनसीआर में पचासी परसेंट निजी और प्राइवेट कॉलेजों में पढ़ रहे हैं इनके माता-पिता ओं की नौकरी भी चली गई है कारोबार भी बंद है और ज्यादातर बच्चे हरियाणा के गुड़गांव और यूपी के गाजियाबाद साहिबाबाद और नोएडा के कॉलेजों में पढ़ते हैं उनके उनकी भी फीस वाकोड़ी चाहिए इस बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री को यूपी के मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए और केंद्रीय मंत्री से भी बात करनी चाहिए इस बारे में स्टूडेंट की फीस माफ करने के बारे में राज्य सरकार और केंद्र सरकारों को मिलकर कोई अच्छा कदम उठाना चाहिए जिससे छात्रों का भविष्य अच्छा हूं साथ ही राज यूनिवर्सिटी को भी बच्चों से पेपर नहीं लेना चाहिए उन्हें पिछले अंक के हिसाब से प्रमोट कर कर अगली कक्षाओं में भी भेजने के लिए भी कोई व्यापक कदम उठाने की जरूरत है कारोना बीमारी के कारण कारोबार बंद है लोगों की नौकरियां चली गई है

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